प्रजनन के बाद की अवस्था
Prajanan ke Baad ki Avastha
प्रजनन के बाद की अवस्था परिचय- प्रजनन के बाद स्त्रियों को कई बातों पर ध्यान देना चाहिए। प्रजनन के बाद कई प्रकार के रोग होने के लक्षणों के आधार पर औषधियों का प्रयोग :- नारबेल (प्लेसेन्टा) का न निकलने पर लक्षणों में आधार पर रोग को ठीक करने के लिए इन औषधियों का प्रयोग करें-सीपिया की 200 शक्ति, सिकेल कौ की 3, 6 या 30 शक्ति, सैबाइना की 3, 6 या 30 शक्ति, पल्सेटिला की 30 या 200 शक्ति, कैलकेरिया कार्ब की 30 या 200 शक्ति, कॉलोफाइलम की 1x मात्रा या 3 शक्ति, आर्निका की 3, 30 या 200 शक्ति, सिमिसिफ्यूगा की 3 से 30 शक्ति आदि।
प्रसव होने के बाद दर्द होने पर लक्षणों के आधार पर कई प्रकार के औषधियों का उपयोग करके रोग को ठीक किया जा सकता हैं जो इस प्रकार हैं-
आर्निका की 3, 30 या 200 शक्ति, स्टैफिसैग्रिया की 3 या 30 शक्ति, पल्सेटिला की 30 शक्ति या कॉफिया की 200 शक्ति, नक्स-वोमिका की 30 शक्ति, कॉलोफाइलम की 1x मात्रा या 3 शक्ति, सिमिसिफ्यूगा की 3 से 30 शक्ति, सिकेल कौर की 3 या 6 या 30 शक्ति आदि। प्रसव के अन्त में मैला पानी का स्राव होने पर लक्षणों के आधार पर कई प्रकार की औषधियों का प्रयोग कर सकते हैं- पल्सेटिला की 30 शक्ति, डल्केमारा की 30, ऐकोनाइट की 30 शक्ति आदि। । प्रसव के बाद अधिक रक्तस्राव आने पर लक्षणों के आधार पर इस प्रकार की औषधियों से चिकित्सा कर सकते हैं-इपिकाक की 30 शक्ति, आर्निका की 3, 30 या 200 शक्ति, कैमोमिला की 30 शक्ति, ब्रायोनिया की 30 शक्ति, ट्रिलियम के मूल अर्क, बेलाडोना की 30 शक्ति, चायना की 6 या 30 शक्ति आदि। प्रसव होने के बाद गर्भाशय का अपने स्थान से हट (डिसप्लेसमेन्ट एंड प्रोलेपस्स) जाने पर कई प्रकार की औषधियों से चिकित्सा कर सकते हैं जो इस प्रकार हैं- सीपिया की 12 या 30 शक्ति, फैक्सीनस अमेरिकाना के मूल-अर्क, एलूमेन की 30 या 200 शक्ति, हेलोनियास के मूल-अर्क, ऐलो की 3 शक्ति, पोडोफाइलम के मूल-अर्क या 6 शक्ति, रूटा की 6 शक्ति आदि। प्रसव के बाद बाल झड़ने की समस्या हो तो इस ठीक करने के लिए विभिन्न लक्षणों के आधार पर इन औषधियों का प्रयोग किया जा सकता हैं-सल्फर की 30 या 200 शक्ति, सीपिया की 30 या 200 शक्ति, फॉसफोरस की 30 या 200 शक्ति, लाइकोपोडियम की 30 शक्ति, मर्क सौल की 3, 6 या 30 शक्ति, नाइट्रिक ऐसिड की 6 शक्ति, लैकेसिस की 30 शक्ति, कैलकेरिया कार्ब की 30 या 200 शक्ति, ग्रैफाइटिस की 30 या 200 शक्ति या नैट्रम म्यूर की 30 या 200 शक्ति आदि। प्रसव के बाद सूतिका ज्वर होने पर विभिन्न औषधियों से चिकित्सा लक्षणों के आधार पर कर सकते हैं ये इस प्रकार हैं-ऐकोनाइट की 30 शक्ति, बेलाडोना की 30 शक्ति, इग्नेशिया के मूल-अर्क की 3, 6 या 30 शक्ति, पाइरोजेन की 30 या 200 शक्ति, मर्क कौर की 6 शक्ति, कैलि कार्ब की 30 शक्ति आदि।
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