बहरेपन का घरेलू इलाज़
Deaf Home Remedy
बहरे हो जाएंगे और पता भी नहीं चलेगा
यूं तो कान से जुड़ी बीमारी का उम्र से कोई विशेष संबंध नहीं है, क्योंकि यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। फिर भी 50 वर्ष की उम्र से अधिक व्यक्तियों में कान से जुड़ी समस्याएं बड़े पैमाने पर देखने को मिलती हैं। इसलिए ठंड में बुजुर्गों को कान के प्रति ज्यादा सजग रहना चाहिए।
सावधानियां
माचिस की तीली, पिन या अन्य कोई वस्तु कान में न डालें।कान में पानी या धूल-मिट्टी के कण न जाएं, इसका पूरा ध्यान रखें।ठंड में बाहर निकलते समय कान ढक कर निकलें।
कान से जुड़ी समस्याओं को अनदेखा करने पर कान में दर्द, बहरापन और कान बहने जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
घरेलू उपाय
प्याज का गुनगुना रस कान में डालने से कान के दर्द में आराम मिलता है।
अदरक के रस में नमक एवं शहद मिलाकर, गुनगुना कर, कानों में डालने से कान के दर्द में आराम मिलता है।
मूली का रस, शहद, सरसों का तेल, बराबर मात्रा में मिलाकर, दो-तीन बूंद कान में सुबह-शाम डालने से बहरेपन में राहत मिलती है।
कान को साफ कर दो-दो बूंद स्पिरिट तीन-चार दिन कान में डालने से कान का बहना ठीक होता है।
तुलसी के पत्तों का रस गुनगुना कर दो-दो बूंद प्रात: और सायं डालने से कान के दर्द में राहत मिलती है और बहरापन भी ठीक होता है।
अगर इससे भी समस्या का समाधान न हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपना इलाज कराएं।
0 Comments