आयुर्वेदिक उपायों से करें नकसीर का इलाज
Treat Haemorrhage with Ayurvedic remedies
फिटकरी के पाउडर को गाय के घी के साथ मिलाकर नोज़ ड्रॉप्स की तरह नाक में डालने से नकसीर को रोकने में सहायता मिलती है।
थोडा सा कपूर, धनिये के पत्तों के रस में मिला दें और इस मिश्रण को नाक में डालें। इस मिश्रण को नाक में डालने से नाक से खून बहना जल्दी बंद हो जाता है।
20 ग्राम आंवले को पूरी रात पानी में सोख कर रखें, और सुबह उस पानी को छान कर पी लें और आमला की लेई को अपने माथे और नाक के आसपास मल दें। इससे भी नाक का ख़ून रुकने में आपको काफी मदद मिलेगी।
लाल चन्दन, मुलेठी, और नाग केसर को समान मात्रा में मिलाकर चूरा बना लें और उसमे से 3 ग्राम चूरा दूध के साथ लेने से लाभ मिलता है।
अनार के सूखे पत्तों का चूरा बनाकर सूंघने से भी नाक से रक्त का बहना काफी हद तक रुक सकता है।
आम की गुठली के रस को सूंघने से भी नकसीर में लाभ मिलता है।
2 ग्राम केले के पेड़ के पत्ते, 20 ग्राम क्रिस्टल शुगर और 1-1/2 लीटर पानी का मिश्रण दिन में एक बार पीने से गंभी से गम्भीर नकसीर में भी लाभ मिलता है।
एक दो बूँदें नींबू का रस नथुने में डालने से भी नाक से रक्तस्राव काफी हद तक रुक जाता है।
एक ग्लास पानी में एक चुटकी नमक डाल दें और इस पानी को नाक में स्प्रे करें। ऐसा करने से नाक में से रक्तस्राव कम हो जाता है।
जब नकसीर होता है तब यह पक्का कर लें आस पास का वातावरण शुष्क तो नहीं है। अगर है तो किसी अच्छे एयर ह्यूमिडीफायर से वातावरण को नम रखें जिससे आपके नाक की कार्यशीलता हल्की हो जायेगी और नाक से रक्तस्राव नहीं होगा।
नाक के बाहरी हिस्से पर आइस पैक लगायें। यह बहुत ही सरल और असरदार तरीका है नाक से रक्तस्राव रोकने का।
गीला तौलिया अपने सर पर रखने से भी नकसीर में लाभ मिलता है।
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