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Bitter gourd's ayurvedic properties in diabetes, blood purification and appetite enhancement

 करेले के मधुमेह, रक्त शुद्धि और भूख बढ़ाने में आयुर्वेदिक गुण 

Bitter gourd's ayurvedic properties in diabetes, blood purification and appetite enhancement

 

1 शुगर लेवल को रखता है नियंत्रित - करेले का जूस शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है। इस जूस को रोज़ खाली पेट लेने से शुगर के पेशेंट को काफी फायदा पहुंचता है, क्योंकि करेला ब्लड में शुगर लेवल को कम करता है। मोमर्सिडीन और चैराटिन जैसे एंटी-हाइपर ग्लेसेमिक तत्वों के कारण करेले का जूस ब्लड शुगर लेवल को मांसपेशियों में संचारित करने में सहायता करता है। इसके बीजों में भी पॉलीपेप्टाइड-पी होता है, जो कि इन्सुलिन को कम से लेकर डायबेटिक्स में शुगर लेवल को कम करता है। 

2 रक्त को शुद्ध रखता है- करेला शरीर में बनने वाले विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करता है। यह प्राकृतिक रक्त शोधक के रूप में काम करता है। करेले का जूस ब्लड को साफ़ करके मुहांसों की समस्या को दूर करता है। इसलिए अपने रक्त को साफ रखने के लिए करेले का जूस नियमित रूप से पिएं। 

3 भूख बढ़ाने में सहायक- करेले का जूस पीने से आपका पाचन तंत्र सही तरह से काम करता है। भूख न लगने से शरीर को पूरा पोषण नहीं मिलता। जिससे आपको कई तरह की स्वास्थ संबंधी परेशानियां आ सकती हैं। रोज़ करेले का जूस पीने से पाचन क्रिया सही रहती है और भूख बढ़ती है। 

4 अग्नाशय के कैंसर के इलाज में उपयोगी - करेले का जूस अग्नाशय के कैंसर के उपचार में काफी लाभप्रद है। करेले में मौजूद एंटी-कैंसर कॉम्पोनेंट्स अग्नाशय का कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं में ग्लूकोज का पाचन रोक देती हैं। जिससे इन कोशिकाओं की शक्ति क्षीण होने से कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाएं ख़त्म हो जाती हैं। इसलिए रोज़ सुबह एक गिलास करेले का जूस पीने से अग्नाशय का कैंसर होने की सम्भावना बहुत घट जाती है। 



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